लेखनी के लिए पत्र#लेखनी वार्षिक प्रतियोगिता कहानी -30-Mar-2022
लेखनी के लिए पत्र
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आदरणीय लेखनी टीम
सादर प्रणाम,
बहुत दिनों से मैं लेखनी को पत्र लिखना चाह रही थी।आज यह मौका लेखनी के वार्षिक प्रतियोगिता के तहत मिल गया। मैं पूरी लेखनी टीम की आभारी हूं, यहां हमेशा मेरी लेखन के पोस्ट संबंधी समस्याओं का निराकरण किया गया है। हम लेखक अपनी ही दुनिया में रहते हैं। कहानी कविता लिख लेते हैं पर आज की तकनीक को ठीक से समझ नहीं पाते।
यहां लेखनी में पिछले साल यानि 2021 की पहले सितंबर से जुड़ी हूं जिसका श्रेय मैं सीमा सहाय प्रियदर्शिनी जी को देती हूं जिनसे मुझे लेखनी के बारे में पता चला।
मैं अपना पूर्ण समय तो नहीं दे पाती और ना ही दैनिक प्रतियोगिता में हमेशा भाग ले पाती हूं। पर इच्छा रहती है कि हर बड़ी प्रतियोगिता में अवश्य भाग लूं।
यहां आकर एक बहुत ही प्यारा साहित्यिक परिवार मिला। मैं आलिया जी, स्नेहलता जी और रवि गोयल भाई से जब पिछले साल दिल्ली में पहली बार मिली तो लगा ही नहीं कि वो सब अनजान हैं। मैं आलिया जी और अपूर्वा जी को बहुत बहुत धन्यवाद कहना चाहूंगी।जब अपना साक्षात्कार लेखनी के पेज पर फेसबुक में देखा तो विश्वास ही नहीं हो रहा था खुद पर।
मैं क्षमा भी मांगना चाहूंगी लेखनी टीम से कि मैं अपना पूर्ण सहयोग नहीं कर पा रही।
इस बार जब वार्षिक प्रतियोगिता के बारे में जाना तो मन बहुत उत्साहित हुआ परन्तु मैं समय पर लिख ही नहीं पाई जिस कारण लग रहा था कि इस वार्षिक प्रतियोगिता से बाहर हो जाऊंगी परन्तु लेखनी टीम ने हमारी परेशानी समझ कर अंतिम तिथि को आगे बढ़ा दिया जिसके कारण ही इस प्रतियोगिता के लिए अपनी बीसवीं रचना अभी लिख पा रही हूं। इसके लिए तहेदिल से शुक्रिया आलिया जी के साथ पूरी लेखनी टीम का।
इस बार कविता और कहानी के सभी विषय बहुत ही शानदार हैं जिस पर लिखे बिना खुद को रोकना मुश्किल था।
मेरी दस कविताएं जिन विषयों पर लिखी गईं हैं वो हैं देशप्रेम, विकास, प्रकृति, साहित्य, विश्वास, आम आदमी, संगीत,विदाई, वृद्धावस्था और आइस्क्रीम।
दस कहानियों के विषय हैं- लघुकथा, दुर्लभ चीज,नशे की ओर बढ़ते नन्हें कदम,चाय की टपरी,शिक्षा या व्यापार,सोशल मीडिया,डरना जरूरी है,शतरंज की बिसात, एक हास्य कहानी और अंतिम यह लेखनी को लिख रही हूं पत्र।
वैसे तो इस इंटरनेट के इस युग के हम साहित्य कार इतना इंस्टैंट लिख लेते हैं जितना समय दो मिनट वाली मैगी भी नहीं लेती, हम आसु कवि जो ठहरे पर लेखनी का यह ओप्शन वाला आइडिया बहुत पसंद आया जिसके कारण मैं 15 में से 10 अपने मनपसंद विषय चुना पाई।
उम्मीद है कि जल्दी ही एप बन जाएगा जिससे पोस्ट को शेयर करने जैसी समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। मुझे अभी तक यह ठीक से समझ नहीं आया या फिर मेरे टैब में नहीं हो पाता।
लेखनी के भविष्य के साथ हम लेखकों का भी भविष्य जुड़ा है। हमें अपनी लेखनी को बैस्ट बनाना है। इसके लिए हमें जी जान से मेहनत करनी होगी। एक बार फिर से लेखनी टीम के सभी सदस्यों का आभार प्रकट करती हूं। आप सभी लेखनी के साथ तरक्की करें।
अब इसी के साथ अपनी लेखनी को विराम देती हूं।
लेखनी की लेखिका
कविता झा'काव्या कवि'
रांची, झारखंड
३०.०३.२०२२
# लेखनी
##लेखनी वार्षिक कहानी/ लेख प्रतियोगिता
Sachin dev
30-Mar-2022 10:02 PM
शुक्रिया जी😌
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Gunjan Kamal
30-Mar-2022 12:39 PM
शानदार लिखा आपने मैम👏👌🙏🏻
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Kavita Jha
30-Mar-2022 07:49 PM
धन्यवाद गुंजन जी 😊🙏🌹🌹
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Haaya meer
30-Mar-2022 12:13 PM
आपका बहुत बहुत आभार🤗
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Kavita Jha
30-Mar-2022 07:50 PM
बहुत बहुत धन्यवाद 😊🙏🌹🌺
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